Fruts to eat and Avoid During pregnancy
नमस्कार
. दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं कि हमें प्रेगनेंसी में कौन- कौन सी फ्रूट्स ले सकते हैं वह कैसे खाने हैं कितनी मात्रा में खाने हैं और कौन से फ्रूट से हमें एविड करने है तो आज इस विषय पर जानकारी देने के लिए हम आप से जुड़े हुए हैं.
प्रेगनेंसी.

. दोस्तों प्रेगनेंसी में हमें कौन से फ्रूट्स नहीं खाने चाहिए जैसा कि मैंने बोला कि प्रेगनेंसी में कौन सा फ्रूट से ऐड करना है तो उसमें हम जनरल ही जानते हैं पपाया यानी पपीता जो है अगर वह पका हुआ नहीं है अगर कच्चे का सेवन करते हैं तो उसमें कई बूट करके एक घटक होता है जो इसके लिए हानिकारक माना जाता है तो राय पपाई वाइड करनी है कंपलीटली और पपाया के अगर सिर्फ कुछ ज्यादा मात्रा से अगर शीघ्र गए हैं.
- दोस्तों पेट में तो उसे तकलीफ बढ़ती है और अगर पका हुआ पपाया हम लेते हैं जो राई फ्रूट्स हैं तो उसका सेवन आहार में करना चाहिए तो उससे विटामिन ए और विटामिन बी और सी मिलता है मैं हमेशा यही बोलता हूं कि अगर पपाया पके हुए हैं तो उसके बड़े बड़े ऊपर का जो स्क्रीन है वह रिमूव कर देता है.
. दोस्तों यह जो मैंने पपाया के बारे में बताया कि कच्चा पापा या नहीं खाना चाहिए क्योंकि कच्चा पपाया में जो घटक होता है वह बॉडी सीसीएन है लेकिन मैंने बहुत बार ऐसे देखा है कि जब पेशेंट को बच्चा नहीं चाहिए तो वह पहले ही यह सारे ऑप्शन करके आता है और पहले ही सारे पपाया खा कर आता है लेकिन जो पपाया कच्चा रहता है तो वह हम खा ही नहीं सकते.
दोस्तों पपई ऐसे ही बदनाम हो गई है यही मेरा कहना है और पपाया जो पका हुआ पपाया है वह अच्छा बेनिफिट है हेल्थ के लिए इसमें विटामिन की बहुत ही बढ़िया मात्रा रहती है तो पापा या खाना प्रेगनेंसी के लिए बहुत ज्यादा हेल्दी रहेगा ऐसा और भी बताया जाता है कि पाइनएप्पल खाने से भी देवी को प्रेगनेंसी में तकलीफ होती है और बनाना खाने से बेबी को तकलीफ होती है तथा कीवी फल खाने से बेबी को प्रेगनेंसी में तकलीफ होती है तो दोस्तों ऐसे में मेरा कहना यह है कि जो सीजनल फ्रूट्स होते हैं.
दोस्तों वह सही मात्रा में प्रेगनेंसी के समय लेने ही लेने चाहिए और जैसे आम खाने से वह थोड़ा सा उत्पन्न होता है उसे पैदाइशी बोला जाता है अगर आम का उपयोग उस सीजन में हम दूध के साथ मतलब कि मिल्क शेक बनाया ऐसे कुछ रीजन प्रेगनेंसी में बनाकर के चलेंगे तो डेफिनेटली वह हेल्दी का काम करेगा और एक सपोर्ट करिए खैर जैसे हम आम खाते हैं तो उसमें घी डालकर खाते हैं तो वह फिर से बलवर्धक होता है और पाइनएप्पल तथा बनाना की बात है जो सीजनल फ्रूट्स है अगर वह सीजनल में आता है तो वह लेना ही चाहिए.
दोस्तों अगर प्रेगनेंसी के सीजन में नहीं आता है तो नहीं लेना चाहिए उससे कोई दिक्कत नहीं होगी आपको उसमें विटामिन और मिनरल की तथा पानी के भी मात्रा ज्यादा रहती है तो सीजनल फ्रूट्स का इस्तेमाल प्रेगनेंसी में जरूर करें.
प्रेगनेंसी के दौरान कौन सा सीजनल फ्रूट्स लेना चाहिए.

दोस्तों कौन सा फ्रूट आप सही सीजन मे नाइट्रेट क्वांटिटी मे खाए तो यह एकदम हेल्दी ऑप्शन प्रेग्नेंसी मे रहता है और हमेशा पेशेंट अक्सर पूछते है कि ओ हमे प्रेग्नेंसी के समय कैसे खाना चाहिए पूरा खाना चाहिए कि कटा हुआ खाना चाहिए या छिलका निकालकर खाना चाहिए या जूस बनाकर के खाना चाहिए तो दोस्तों इसमें मेरा यही राय है कि फ्रूट अगर हम लेते हैं तथा सेवन करते हैं.
दोस्तों उसमे फाइबर की मात्रा ज्यादा रहती है तथा मिनरल की भी मात्रा ज्यादा रहती है अगर हम उसको कट करेंगे तथा उसके छोटे – छोटे पीजज बताएंगे और अगर उसका जूस करेंगे तथा रस करेंगे जितना प्रोसेसिंग करेंगे उतना उसमे जो विटामिन रहती है उसका उतना ऑक्सफोर्ड विटामिन c का तो मोलीक्यूलर का लौस होता है तो प्रेग्नेंसी मे फल खाते समय पहले उसको अच्छे तरीके से धोना है क्युकी फ्रूट मे कई सारे केमिकल से ही तो मैं हमेसा यही कहूँगा की अगर फ्रूट आप लेते है तो पहले पानी मे थोड़ी देर के लिए रख देना चाहिए.
दोस्तों उसे पहले अच्छे तरीके से धुलने चाहिए अगर दोस्तों आप उसको धूलकर के खाते हैं तो आपके लिए वो फायदा करेगा इसलिए दोस्तों आपको बता रहा हू तथा उसके ऊपर का व्हाइट प्रोटीन पूरा निकाल देना चाहिए जैसे बनाना भी बड़े साइज के मिलते हैं लेकिन दोस्तों अब ऐसा हो गया है कि अब आजकल के जमाने में हाइब्रिड वाली सब सामग्री मिल रही हैं पहले के समय यह सब कुछ नहीं था.

. दोस्तों मेरा कहना यह है कि आप सभी के यहां साल भर में कोई ऐसा दिन नहीं होगा कि आपके यहां फल नहीं हो दोस्तों आप के फायदे के लिए ही बता रहा हूं कि प्रेग्नेंसी के समय आप जितना फल खा सकते हैं खाएं लेकिन दोस्तों याद रखना है कि प्रेग्नेंसी के समय जो सीजन में फल आते हैं वही लेना चाहिए और उसमें अगर हाइजीन रखते हैं तथा वाशिंग रखते हैं और जब कट करेंगे फ्रूट्स तो उसके थोड़े बड़े-बड़े पीस बना लेंगे ताकि देखने में भी अच्छा लगे और खाने में भी लगे.
दोस्तों अच्छा सा फ्रूट खाने के बाद आपके लिए बहुत ही गुणकारी होगा तथा जो फ्रूट हम छिलके के साथ खा सकते हैं तो उससे फाइबर मिलता है आप छिलके के साथ भी खा सकते हैं उससे कोई समस्या नहीं है लेकिन हां प्रेगनेंसी को ध्यान रखते हुए तो प्रिपेयर हमें छिलके के साथ खाना चाहिए तो जैसे हम ऑरेंज का जूस लेते हैं तथा गौतम भी लेते हैं तो उसका ऊपर का जो छिलका होता है तथा अंदर के जो पतले वाले छिलके होते हैं.
दोस्तों उस रस के साथ उसका सेवन किया है तो हेल्दी के लिए ज्यादा फायदा रहता है और जैसे इसके पहले मैंने बताया कि फ्रूट जूस से नहीं लेनी चाहिए तो उसमें ऑर्डर्स शुगर रहता है कभी-कभी बाहर होटल में या चाहे आप कहीं भी जाते हैं तो फ्रूट का जूस रेफर करते हैं तो न्यू ट्रेन लॉस रहता है तो अगर आ प्रेगनेंसी में एक फल खाएंगे तो आपके फाइबर तथा न्यूट्रियम मिलते हैं.
. दोस्तों जूस बनाने के लिए 8 से 10 फल का उपयोग करना चाहिए वह भी उस से 200 का जूस मिलता है तो दोस्तों उससे लॉस भी होता है दोस्तों यह फ्रूट खाना प्रेगनेंसी में अच्छी बात है लेकिन यह फ्रूट की मात्रा प्रेगनेंसी में कितनी रखनी चाहिए था कितनी बार दिन भर में हमें प्रेग्नेंसी के समय सूट लेने चाहिए.
दोस्तों प्रेग्नेंसी के समय दिन भर में हमें दो से तीन फल खाना अनिवार्य है तो उसके लिए मैं ऐसा बताता हूं कि पहले हमारे घर में जगह नहीं है और अगर हम ढेर सारे फल ला ला करके रख दे तो बहुत ज्यादा नुकसान होगा दोस्तों प्रेगनेंसी में हमें उतना ही फ्रूट लेकर आना चाहिए कि जितना हम खा सकें.
कोकोनट.

. दोस्तों जैसे कोकोनट वाटर के बारे मैं भी पेशेंट अक्सर पूछते हैं कि कोकोनट वाटर हमें प्रेगनेंसी में रोज लेना चाहिए या फिर नहीं वह अगर लेना भी है तो कितना लेना है और दिन भर में कितनी बार लेना है दोस्तों कोकोनट वाटर का सेवन हर रोज करना ही चाहिए.
दोस्तों उसमें पोटेशियम कैल्शियम तथा मिनरल रहता है जो इंपॉर्टेंट रहता है और दोस्तों अगर आपको प्रेग्नेंसी के समय आप को पेशाब करने में जलन होती है तथा पेशाब अच्छी से नहीं होती है तो आप कोकोनट तथा नारियल के पानी का सेवन करिए.
. दोस्तों ऊपर से नीचे तक अब तक हमने प्रेगनेंसी के जितने सारे फायदे बताए हैं अगर आप इसका अच्छी तरह से सेवन करते हैं तो आपको प्रेगनेंसी में कोई दिक्कत नहीं होगा.